हेलो दोस्तों तो स्वागत है हमारे C Programming language के सीरिज़ में दोस्तों आज हम अपने c का पहला chapter की शुरुआत करेंगे । तो चलिए शुरुआत करते है ।
chapter 1 Name - Variable, Constant & Keyword
Variable-
variable एक तरह का कोंटेनर है। जिसमें हम अपने प्रोग्राम के Variables को रख सकते है। variables एक तरह का कंटेनर होता है जिसमें हम keywords को स्टोर करते है
चलिए एक उदाहरण की मदद से समझते है जैसे एक डब्बा होता है जिसमें हम अपनी ज़रूरत की चीजों को रखते है । वैसे ही Variable होता है ।
Example- a = 3; // a assigned "3"
b = 4.7; // a assigned "4.7"
c = 'a' // a assigned "a"
Note - a assigned "3" इसका मतलब है की a की जगह 3 के अलावा कोई और वैल्यू नही रख सकते है।
Variable के नामकरण के लिए नियम-
1 पहला अक्षर एक आल्फ़बेट ही होना चाहिए ।
2 कामा (,) और ख़ाली (Blank ) नहीं होने चाहिए
3. विशेष चिन्ह या अंडर्स्कॉर (_) नही होने चाहिए ।
4. Variable का नाम Senstive केस में नही होना चाहिए । मतलब अगर आप A, a ये दोनो अलग -अलग है
5. हमारे Viriable मीनिंगफुल्ल होने चाहिए (किसी वर्ड का पूरा नाम होना चाहिए जैसे की mango को mg नही लिख सकते है ।
Constants
जिसकी वैल्यू नही बदली जा सकती वह constant कहलाता है
Type of Constants
integer Constants --> 1,2,3
Real Constants --> 3.21, 43.4
character Constants --> 'a', $ (Double inveted comma is most important )
Key Words
यह ऐसे वर्ड होते है जो पहले से ही रिज़रब होते है
Example -- 32 Keywords
auto | break | case | char |
const | continue | default | do |
double | else | enum | extern |
float | for | goto | if |
int | long | register | return |
short | signed | sizeof | static |
struct | switch | typedef | union |
unsigned | void | volatile | while |
इतना आप लोगों ने जान लिए है अब हम लोग अपना c का पहला कोड लिखेगे सायद आपकी ज़िन्दगी का यह पहला कोड हो तो चलिए हम अपना vs code को ओपन करते है ।
#include <stdio.h>
int main(){
printf("Hello world");
return 0;
}
output-
Hello World
c के basic structure
हमरा जो c प्रोग्राम है वह एक sturcture पर कार्य करता है। एक c प्रोग्राम स्टार्ट होता है main function से और हमारे सारे कोड उसके अंदर लिखे जाते है हमरा प्रत्येक कोड एक semicolen के ज़रिए ख़त्म होते है जैसे -
int a;
printf("Hello world");
returen 0;
तो हर कोड के अंत में एक सेमिकोलम होता है
Comment - कॉमेंट एक तरह का वह रास्ता है जिसकी सहयात से हम जब हम बड़े - बड़े code लिखगे तो उसमें हमें इतना याद तो नही रहेगा की कौन सी लाइन क्यों लिखी गयी और हमरा कोई और कोड पड़ता है तो उसे पता चलना चाहिए की इस लाइन का मतलब क्या है इस लिए हम कॉमेंट का उपयोग करते है । कॉमेंट दो प्रकार के होते है ।
1 Single Line Comment: // This is single line comment
2 Multiple Line Comment: /* This is multi line comment */
comment लिखने का तरीक़ा --
#include <stdio.h>
int main(){
This is a comment (यह ग़लत तरीक़ा है।)
//This is a comment(यह सही तरीक़ा है।)
printf("Hello world");
return 0;
}
Compilation and Execution --
आपने यह तो जान लिया है की प्रोग्राम कैसे लिखते है लेकिन उसके क्या क्या काम होते है की कम्प्यूटर हमारे प्रोग्राम को कैसे समझता है तो आइए समझते है।
First .c --------> c ------------> First .exe
Code Compilation exe
Complier एक तरह का प्रोग्राम होता है जो हमारे कोड को कम्प्यूटर की भाषा में बदल देता है जिससे कम्प्यूटर हमारे कोड को आसानी से समझा जाता है c के जो कोड होते है उसे हम एक प्लेन टेक्स्ट में लिखते है और कम्पाइल होकर 01011 के form में कन्वर्ट हो जाता है।
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